ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ। ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ।
बड़ी विशाल है दुनिया अनेक भाषाओं से भरी है यह दुनिया। बड़ी विशाल है दुनिया अनेक भाषाओं से भरी है यह दुनिया।
नव जीवन नव अभिलाषा नव जीवन नव अभिलाषा
हिन्दी मेरी काबा - काशी हिन्दी मेरी काबा - काशी
जीवन धारा बन के हिंदी, भारत में बहती जाए, है ये सबके मन में समाए, जीवन धारा बन के हिंदी, भारत में बहती जाए, है ये सबके मन में समाए,
प्राणी प्राण में परमेश्वर का सत्य सत्यार्थ बुद्ध का दिव्य दिव्यार्थ। प्राणी प्राण में परमेश्वर का सत्य सत्यार्थ बुद्ध का दिव्य दिव्यार्थ।